अंबेडकरनगर। सौभाग्य योजना के दो चरण समाप्त होने के बाद भी बिजली आपूर्ति से वंचित 15 हजार आबादी के घरों रोशन करने के लिए तीसरी बार सौभाग्य योजना वापस लौटी है। तीन अधिशासी अभियंताओं ने धरातल पर चिह्नित कार्यों की जांच कर 13 नए मजरों को शामिल किया। कुल 360 मजरों में बिजली का कार्य कराने पर मुहर लगाने के बाद इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी है। बजट स्वीकृति के साथ ही इन कार्याें को कराया जाएगा। जिससे 15 हजार आबादी को अंधेरे से निजात मिलेगी।
जनपद की 30 लाख से अधिक आबादी तक बिजली आपूर्ति पहुंचाने के लिए पावर काॅरपोरेशन ने 42 उपकेंद्र स्थापित किए हैं। 899 ग्रामपंचायतों तक बिजली के तार पहुंचाने का दावा बिजली विभाग कर रहा है, लेकिन सौभाग्य योजना के तीसरे चरण में हुए सर्वे में पता चला कि 360 मजरों के 2792 घरोंं तक बिजली के तार व खंभे नहीं पहुंच सके हैं। बिजली विहीन इन घरों तक बिजली के तार व ट्रांसफाॅर्मर की स्थापना के लिए 198 किलोमीटर सिंगल फेस केबल लगाने का कार्य कराया जाएगा। इसके अलावा 15.34 किलोमीटर की तीन फेस की लाइन भी बिछाई जाएगी।
लगेंगे 212 ट्रांसफाॅर्मर :
इन गांवों में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए तार व खंभों के साथ ही 25 केवीए के 212 ट्रांसफाॅर्मरों की स्थापना कराई जाएगी, ताकि उपभोक्ताओं को भविष्य में लो-वोल्टेज की समस्या से न जूझना पड़े। यही नहीं आवश्यकता वाले स्थानों पर ट्रांसफाॅर्मरों की क्षमता वृद्धि का कार्य भी होगा।
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इन गांवोंं में कराए जाएंगे कार्य : अकबरपुर के मीरपुर, मोहिददीपुर, नरायनपुर, बहलोलपुर, सकरावल पश्चिम, रानीगंज, आलापुर के निशान बस्ती प्रथम और द्वितीय और खास, जलालपुर के बढ़ाई का पुरवा, धसेरा, टांडा के चिंतौरा देवीपुर के वर्मा बस्ती, जमालपुर, मंशापुर, मुंगरी, अवधी का पूरा, उसर का पूरा, डड़वा, जमालपुर, बभनपुरा, विश्रामपुर समेत 360 मजरों में कार्य कराए जाने हैं।
सभी वंचित मजरों में होगा विद्युतकरण
जनपद में जो मजरे विद्युतकरण से वंचित रह गए हैं, वहां सभी कार्याें को सौभाग्य योजना के तीसरे चरण से कराया जाएगा। टीम ने सर्वे के बाद रिपोर्ट शासन को भेज दी है। बजट की स्वीकृति के बाद कार्य कराए जाएंगे।
– विकास सिंघल, अधीक्षण अभियंता
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